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By YadavG

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Sherlock Holmes – बोहेमिया की बदनामी

November 27, 2019 by yadavG 2 Comments

नमस्कार मित्रों प्रस्तुत हूँ, Sherlock Holmes Stories सीरीज में एक और कहानी लेकर जिसका नाम है “बोहेमिया की बदनामी” यह शर्लाक होल्म्स की अन्य कहानियों की तरह ही बहुत ही रहस्यमयी और रोचक है जिसको पढने में आपको बहुत आनन्द आएगा | यह स्टोरी अन्य कहानियों की तरह ही “Sir Arthur Conan Doyle” द्वारा लिखी गयी है |

Sherlock Holmes

Sherlock Holmes – बोहेमिया की बदनामी

->>>>>>>>>>> बोहेमिया की बदनामी <<<<<<<<<<<<<-

शेरलॉक होम्स के लिए वह केवल एक औरत थी। मैंने शायद ही कभी उसे किसी दूसरे नाम से पुकारते सुना होगा। उसकी नजर में वह संपूर्ण नारी जाति पर छा जाती थी और उस पर प्रभुत्व स्थापित करती सी प्रतीत होती थी। ऐसा भी नहीं था कि उसके मन में एरीन एडलर के प्रति किसी प्रकार की प्यार की भावना थी।

कोमल भावनाएँ, खासतौर पर उनके मस्तिष्क में काबिले नफरत भी थी। मैं तो इसको इस तरह से लेता हूँ कि वह दुनिया की सबसे अच्छी तर्क करनेवाली व निरीक्षण करनेवाली मशीन था; पर जहाँ तक एक प्रेमी का सवाल है तो वहाँ वह गलत साबित होता। ताने व तिरस्कार के अलावा उसने कभी भी उससे नरमी से बात नहीं की थी।

देखनेवालों के लिए ये सब बातें प्रशंसनीय हैं तथा व्यक्ति के व्यवहार व भावनाओं को बेपरदा करनेवाली हैं, किंतु एक प्रशिक्षित तार्किक व्यक्ति के लिए उसके अपने नाजुक और संतुलित व्यवहार में ऐसे हस्तक्षेप को आने देना उसके ध्यान को भंग करना ही है, और यह उसकी संपूर्ण मानसिक क्षमता पर संदेह पैदा करना है। हाल ही तक होम्स से मेरी बहुत ही कम मुलाकातें हुई थीं।

मेरी शादी ने हमें एक-दूसरे से थोड़ा दूर कर दिया था, जबकि होम्स अपनी उन्मुक्त प्रकृति के साथ समाज की सभी चीजों को नापसंद करते हुए अपनी पुरानी किताबों में डूबा बेकर स्ट्रीट में ही रह रहा था। हर हफ्ते कभी तो कोकीन और कभी अपनी महत्त्वाकांक्षा के साथ वह नशे की खुमारी तथा अपने सजग स्वभाव के साथ बना हुआ था। वह अपराध के अध्ययन के प्रति अपनी गहरी रुचि रखते हुए बिलकुल ही शांत था।

वह अवलोकन की विलक्षण क्षमताओं को अपने अंदर समेटे हुए उन रहस्यों के सुराग ढूँढ़ लेता और उनसे परदा भी उठा देता, जिनको पुलिस अधिकारी निराधार मानकर छोड़ दिया करते थे। कभी-कभी मैं उसके कारनामे सुनता था कि किस तरह वह त्रिपाफ हत्या के केस में ओडेसा बुलाया गया था, जिसमें उसने ट्रिनकामले में एकिस्टन भाइयों की दुःखद कहानी का खुलासा किया और अंत में वह हॉलैंड के उस शाही परिवार के मिशन को भी सफलतापूर्वक पूरा कर पाया।

इधर अपने पुराने सहयोगी और साथी के बारे में मुझे सिवाय उसकी उन खबरों के, जो कि अखबारों में छप जाती थीं, कुछ भी नहीं पता था। यह 20 मार्च, 1888 की रात थी और मैं एक मरीज को देखकर वापस लौट रहा था (मैंने अब फिर से मेडिकल प्रैक्टिस शुरू कर दी थी), तभी मैं बेकर स्ट्रीट से होकर निकला।

जैसे ही मैं अपने उस पुराने चिर-परिचित दरवाजे के सामने से होकर गुजरा, मेरे मन में होम्स को फिर से देखने और यह जानने की इच्छा हुई कि वह अपनी असाधारण ऊर्जा का किस तरह से इस्तेमाल कर रहा है।

उसके कमरे में पर्याप्त रोशनी थी और मैंने देखा कि उसकी लंबी व असाधारण काया मेरे सामने से दो बार गुजरी। वह अपने कमरे में तेजी से टहल रहा था। उसका सिर अपनी छाती पर झुका हुआ था और उसने अपने हाथ पीछे से बाँध रखे थे। मैं चूँकि उसकी हर आदत और मिजाज को समझता था, इसीलिए उसके इस व्यवहार से मुझे एक नई कहानी का पता चल रहा था। वह फिर से अपने काम में लग गया था।

वह अपने नशे के सपनों से बाहर आ चुका था और किसी नई समस्या की खुशबू में डूबा हुआ था। मैंने घंटी बजाई, तो उसने उस कमरे की ओर इशारा किया, जो कि कभी मेरा हुआ करता था। उसके व्यवहार में बहुत अधिक उत्सुकता नहीं थी। ऐसा कभी-कभी ही होता था, पर मुझे लगा कि मुझे देखकर वह खुश है।

Sherlock Holmes Story in Hindi

बिना एक शब्द भी बोले अपनी दयालुता भरी आँखों के इशारे से उसने मुझे कुरसी पर बैठाया और अपना सिगारवाला डिब्बा मेरी तरफ फेंकते हुए कोने में पड़े लाइटर की ओर इशारा किया, फिर अँगीठी के सामने खड़े होकर उसने अपने खास आत्म-विश्लेषणवाले तरीके से मुझे देखा। ‘‘शादी से तुम खुश हो, वाटसन! जब से मैंने तुम्हें देखा है, तुम साढ़े सात पाउंड बढ़ गए हो।’’

‘‘सात!’’ मैंने जवाब दिया।

‘‘वाकई, मुझे थोड़ा और अधिक सोचना चाहिए था। बस थोड़ा सा ही, और आगे से मैं इसका खयाल रखूँगा।’’

‘‘तुमने मुझे यह नहीं बताया कि तुम काम करने के लिए अपना मन बना चुके हो।’’

‘‘तब, तुम्हें कैसे पता चला?’’

‘‘मैंने यह सब देखा और जान गया। मैं यह कैसे जान सकता हूँ कि तुम हाल ही तक भागते रहे हो और तुम्हारे पास एक फूहड़ और लापरवाह नौकरानी है?’’

मैंने यह कहा, ‘‘मेरे प्यारे होम्स, बहुत हो चुका। क्या तुम कई सदियाँ जी चुके हो? यह सच है कि मैं गुरुवार को दूर देहात में गया था और बड़ी गंदी हालत में घर पहुँचा, पर मैंने अपने कपड़े बदल लिये हैं। मैं यह सोच नहीं पा रहा हूँ कि तुमने इसका अंदाज कैसे लगाया? जहाँ तक मेरी नौकरानी मेरीजेन का सवाल है, वह बहुत ही फूहड़ है, मेरी पत्नी भी उसे कई बार टोक चुकी है, पर तुम्हें यह सब कैसे पता चला?’’

वह थोड़ा सा मुसकराया और उसने अपने हाथों को आपस में रगड़ा, फिर बोला, ‘‘इसमें कुछ खास नहीं है, मेरी आँखों ने मुझे दिखाया कि तुम्हारे बाएँ जूते के भीतर की ओर, ठीक वहीं जहाँ पर अँगीठी की रोशनी चमक रही है, चमड़े पर छह बराबर खरोंचों के निशान लगे हैं। किसी ने लापरवाही से उन पर जमी मिट्टी की परत को हटाने के लिए खुरचा है, जिसकी वजह से ऐसा हुआ। अब तुम मेरा दूसरा निष्कर्ष देख सकते हो कि तुम बहुत ही खराब मौसम में बाहर गए थे और तुमने लंदन की खास तरह की बूट पॉलिश लगा रखी है। तुम्हारी प्रैक्टिस के मद्देनजर, जब एक भला आदमी मेरे कमरे में आइडोफार्म की महक के साथ घुसता है और उसके हैट के दाहिने तरफ के उभरे हिस्से से पता चलता है कि उसने इसमें अपना आला छिपा रखा है, तब अगर मैं उसे मेडिकल पेशे का सक्रिय सदस्य न पुकारूँ तो फिर मैं वाकई बेवकूफ हूँ।’’

इन नतीजों तक पहुँचने के उसके तरीकों को सुनकर मैं अपनी हँसी न रोक सका। मैंने कहा, ‘‘तुम्हारे बताए कारणों को जब मैं सुन रहा था, तब ये चीजें इतने मजेदार और सरल ढंग से मेरे सामने आ रही थीं कि जैसे इन्हें मैं खुद ही बता रहा होऊँ, हालाँकि तुम्हारे हर तर्क पर मैं तब तक भ्रमित था जब तक कि तुम अपनी प्रक्रिया को बता नहीं देते थे। अभी भी मुझे यकीन है कि मेरी आँखें तुम्हारी तरह ही अच्छी भली-चंगी हैं।’’

होम्स बोला, ‘‘बिलकुल मुमकिन है।’’ फिर उसने अपनी सिगरेट जलाई और आरामकुरसी पर बैठ गया।

‘‘तुम देखते तो हो, पर ध्यान से नहीं देखते। इन दोनों में काफी अंतर है, जैसे तुमने कई बार उन कदमों को देखा होगा, जो कि इस हॉल तक आते हैं।’’

‘‘कई बार।’’

‘‘कितनी बार?’’

‘‘सौ बार तो देखा ही होगा।’’

‘‘तब बताओ, वे कितने कदम होंगे?’’

‘‘कितने कदम? यह मैं नहीं बता पाऊँगा।’’

‘‘ऐसा ही है! तुमने इन्हें ध्यान से नहीं देखा, पर तुम उन्हें देख चुके हो। और यही मेरा बिंदु है। अब मैं तुमको बताता हूँ कि वहाँ सत्रह कदम हैं, क्योंकि मैंने उन्हें देखा है और ध्यान से देखा है। चूँकि तुम मेरी इन छोटी-छोटी समस्याओं में रुचि लेते हो और मेरे इन छोटे-छोटे अनुभवों को लिखते भी हो, इसलिए तुम्हारी इनमें रुचि हो सकती है।’’

उसने गुलाबी रंग का मोटे कागज का एक टुकड़ा मेरी ओर उछाला, जो कि मेज पर खुला पड़ा हुआ था। वह बोला, ‘‘जोर से पढ़ो, यह आज की आखिरी डाक से आया है।’’

Sherlock Holmes Story in Hindi

इस रुक्के में न तो तारीख थी और न ही पता। ‘‘आज की रात सवा आठ बजे आपसे मुलाकात की जाएगी, क्योंकि एक भला आदमी आपसे किसी गंभीर मसले पर परामर्श लेना चाहता है। यूरोप के शाही घरानों में से एक के लिए आपकी दी गई हाल ही की सेवाओं से पता चलता है कि आप ही वह व्यक्ति हैं, जिन पर उन मामलों का यकीन किया जा सकता है, जो कि बहुत ही खास हैं और जिन्हें बढ़ा-चढ़ाकर भी नहीं बताया जा सकता है। आपके बारे में यह जानकारी हमें कई सूत्रों से मिली है। आप उस समय अपने चेंबर में ही रहें और यदि आपका आगंतुक नकाब में आता है तो नाराज मत हो जाइएगा।’’

मैंने टिप्पणी की, ‘‘यह तो वाकई एक रहस्य है, इससे आप क्या अंदाज लगाते हैं?’’

‘‘मेरे पास कोई आँकड़ा नहीं है। बिना आँकड़े के किसी धारणा पर पहुँचना एक बड़ी गलती होगी। तथ्यों के अनुरूप धारणाएँ बनाने के बजाय व्यक्ति बेवकूफी से धारणाओं के अनुसार तथ्यों को तोड़ता-मरोड़ता है, परंतु इस पर ध्यान रखें कि आप इससे क्या परिणाम निकालते हैं?’’

‘‘मैंने उस कागज और उस पर लिखी लिखावट दोनों को ही अच्छी तरह से देख लिया है।’’ अपने साथी की ही तरह मैंने भी कहा, ‘‘जिस आदमी ने इसे लिखा है, उसके काफी संपन्न होने की संभावना है, क्योंकि ऐसे कागज का पैकेट आधे क्राउन से कम कीमत का नहीं होगा, यह खासा मोटा और मजबूत है।’’

होम्स बोले, ‘‘खास—एक महत्त्वपूर्ण शब्द है। यह किसी भी हाल में इंग्लैंड का कागज नहीं लगता है, इसे रोशनी में लेकर चलो।’’

मैंने ऐसा ही किया और देखा कि कागज की बनावट पर बड़ा ‘ई’, छोटा ‘जी’, बड़ा ‘पी’, बड़ा ‘जी’ और छोटा ‘टी’ बुना हुआ है।

होम्स ने पूछा, ‘‘इसका तुम क्या अर्थ लगाते हो?’’

‘‘इसमें कोई शक नहीं है कि यह कागज बनानेवाले का नाम या उसका मोनोग्राम होगा।’’

‘‘ऐसा नहीं है, बड़े ‘जी’ के साथ छोटा ‘टी’ लिखा है, जो कि जर्मन भाषा में कंपनी के लिए इस्तेमाल होता है और ‘पी’ से वाकई पेपर का पता चलता है। ‘ई’ और ‘जी’ के लिए आओ, महाद्वीपीय गजेटियर पर एक निगाह डालते हैं।’’ उसने अपनी अलमारी से भूरे रंग का भारी-भरकम गजेटियर का खंड निकाला।

‘‘इगरिया यहाँ जर्मन भाषी क्षेत्र में है—यह है बोहेमिया।’’

‘‘यह जगह कार्लस्बाड से दूर नहीं है। वैसे यह जगह वैलंसटीन की मौत और उनकी कई काँच फैक्ट्रियों और कागज मिलों के कारण मशहूर है। इससे अब तुम क्या अनुमान लगाते हो?’’ उसकी आँखों में एक चमक आ गई थी और उसने अपनी सिगरेट से कामयाबी का एक गहरा नीला धुआँ फेंका।

मैंने कहा, ‘‘यह कागज बोहेमिया में बनाया गया है।’’

‘‘और यह भी तय है कि जिस व्यक्ति ने यह रुक्का लिखा, वह जर्मन है। क्या तुमने उस खास तरह के वाक्य की रचना पर ध्यान दिया है। एक फ्रांसीसी या रूसी आदमी इस तरह से नहीं लिख सकता है। एक जर्मन ही क्रियापदों के प्रयोग में शिष्टाचार का उपयोग नहीं करता है। अब केवल यह जानना रह जाता है कि वह जर्मन, जिसने उस बोहेमिया के कागज पर लिखा है और अपना चेहरा न दिखाने के लिए नकाब का प्रयोग कर रहा है, वह क्या चाहता है? अगर मैं गलत नहीं हूँ तो वह यहाँ हमारे सभी शक-शुबहों को दूर करने आएगा।’’

जैसे ही उसने अपनी बात खत्म की, घोड़ों के खुरों, पहिए के रुकने और घंटियों के खींचे जाने की एक तेज आवाज आई। होम्स ने सीटी की आवाज निकाली और कहा, ‘‘आवाज से पता चलता है कि घोड़ों की जोड़ी है।’’ और फिर खिड़की से बाहर झाँकते हुए बोले, ‘‘हाँ, एक छोटी सी बंद घोड़ागाड़ी है और एक जोड़ा सुंदर घोड़े भी हैं। एक की कीमत एक सौ पचास गिन्नी होगी। इस केस में और कुछ हो न हो, पर रकम है, वाटसन!’’

‘‘होम्स, मैं सोचता हूँ कि मेरा अब जाना ही बेहतर होगा।’’

‘‘बिलकुल नहीं, डॉक्टर! तुम जहाँ हो, वहीं रुके रहो। बिना तुम्हारे जैसे साथी के मैं कुछ भी नहीं हूँ। यह मेरा तुमसे वादा है कि यह केस बहुत ही रोचक होगा। इसे छोड़ना खेद का विषय होगा।’’

Sherlock Holmes Story in Hindi

‘‘पर तुम्हारा मुवक्किल…’’

‘‘उसकी चिंता मत करो। मुझे तुम्हारी सहायता चाहिए तो उसे भी चाहिए। अब वह आ रहा है, इसीलिए कुरसी पर बैठ जाओ, डॉक्टर, और इस केस पर अपना पूरा ध्यान दो।’’

सीढि़यों और गलियारे में भारी और धीमे कदमों की आवाज आ रही थी और वह दरवाजे के ठीक बाहर आकर बंद हो गई। फिर दरवाजे पर एक तेज और अधिकार से भरी थपथपाहट हुई।

होम्स ने कहा, ‘‘अंदर आ जाइए।’’

एक आदमी अंदर कमरे में घुसा। उसकी ऊँचाई 6 फीट 6 इंच से कम नहीं थी, उसकी छाती और शरीर के बाकी अंग हरक्युलिस की तरह थे। उसका पहनावा काफी कीमती था, परंतु इंग्लैंड में इसे भद्दी रुचि का ही समझा जाएगा। उसकी बाँहों और सामने के दोहरे कोट तक झालर थी, जबकि कंधे पर गहरे नीले रंग का लबादा पड़ा था, जिसमें आग के रंग की सिल्क की धारियाँ थीं और यह उसकी गरदन पर बँधा हुआ था, जिसमें एक लहसुनिया भी जड़ा था।

उसके जूते पिंडलियों तक ऊँचे थे और उनमें ऊपर की ओर एक कीमती भूरा फर भी लगा हुआ था। इस तरह वह पूरा-का-पूरा एक अतिसंपन्न क्रूर व्यक्ति का रूप लिये हुए था। उस आदमी ने अपने हाथों में मोटी चौड़ाईवाला एक टोप ले रखा था, हालाँकि उसे उसने सिर के ऊपरी हिस्से में ही पहना था।

उसने अपना नकाब अपनी ठुड्डी तक खींच रखा था, जिसे उसने उसी समय ही ठीक किया, क्योंकि जैसे ही वह कमरे के भीतर घुसा, उसने अपना हाथ इसी काम के लिए ऊपर उठाया था। उसके चेहरे के निचले हिस्से को देखकर ऐसा मालूम पड़ता था कि वह व्यक्ति दृढ़ चरित्र का है, पर उसके मोटे लटकते होंठ और सीधी ठुड्डी से उसके जिद्दी होने का भी पता चलता था।

उसने जर्मन लहजे में अपनी गरजती आवाज में पूछा, ‘‘आपको मेरा संदेश मिला होगा? मैंने आपको बताया था कि मैं आपसे मिलूँगा।’’ फिर उसने हम दोनों की ओर इस आशय के साथ देखा कि वह हममें से किसे संबोधित करे।

होम्स बोले, ‘‘कृपया बैठिए। यह हैं डॉ. वाटसन। मेरे साथी और सहयोगी, जो कि अकसर ही मेरे केसों में मेरी सहायता करते हैं।’’

‘‘मुझे किससे बात करनी चाहिए?’’

‘‘……………………………..’’

‘‘आप मुझे काउंट वान क्राम कह सकते हैं, मैं बोहेमिया का एक सम्मानित आदमी हूँ। मैं समझता हूँ कि यह व्यक्ति आपका मित्र है और सम्मानित भी है, जिस पर मैं अपने बहुत ही महत्त्वपूर्ण मामले के लिए विश्वास कर सकता हूँ। अगर ऐसा नहीं है, तो मुझे आप से अकेले में ही बात करनी चाहिए।’’

मैं जाने के लिए उठा ही था कि होम्स ने मेरी कलाई पकड़ ली, मुझे मेरी कुरसी पर वापस बैठा दिया और कहा, ‘‘आप मुझसे जो भी कहना चाहते हैं, इनके सामने कह सकते हैं।’’

Sherlock Holmes Story in Hindi

काउंट ने अपने चौड़े कंधे उचकाए और कहा, ‘‘तब मैं शुरू करता हूँ, आप दोनों को दो सालों के लिए पूरी गोपनीयता बरतने के लिए मैं अनुबंधित करता हूँ, क्योंकि इसके बाद इस मामले का कोई महत्त्व नहीं रह जाएगा। इस समय यह कहना भी काफी नहीं है कि इसका महत्त्व इतना है कि यह यूरोपीय इतिहास पर अपना प्रभाव डाल सकेगा।’’

होम्स ने कहा, ‘‘मैं वादा करता हूँ।’’

‘‘और मैं भी।’’

हमारे अजनबी आगंतुक ने कहा, ‘‘आप मुझे इस नकाब के लिए माफ करेंगे, क्योंकि वह सम्मानित व्यक्ति जिसने मुझे नियुक्त किया है, उसकी इच्छा है कि उसका एजेंट आपसे अपरिचित ही रहे और मैं माफी चाहता हूँ कि मैंने अभी जिस उपाधि से खुद को नवाजा, वह मेरी अपनी नहीं है।’’

होम्स ने थोड़े रूखेपन से कहा, ‘‘मैं यह जानता था।’’

‘‘परिस्थितियाँ बहुत ही नाजुक हैं और इनको सँभालने के लिए एहतियात की जरूरत है, नहीं तो यह बदनामी की एक बड़ी वजह बन सकती है और यूरोप के शासकीय परिवारों में से एक को गंभीर नुकसान पहुँचा सकती है। खुलकर कहें तो यह मामला आर्मेस्टीन के शाही घराने बोहेमिया के वंशज राजाओं को फँसा रहा है।’’

होम्स ने खुद को आरामकुरसी में धँसाते हुए और अपनी आँखें बंद करके फुसफुसाते हुए कहा, ‘‘मैं यह भी जानता था।’’

हमारे आगंतुक ने आराम से निष्क्रिय पड़े उस व्यक्ति की ओर आश्चर्य से देखा, जिसने खुद को यूरोप के एक अति ऊर्जावान एजेंट और त्वरित तार्किक व्यक्ति के रूप में स्थापित किया था।

होम्स ने अपनी आँखें धीमे से खोलीं, अपने उस भीमकाय मुवक्किल की तरफ अधीरता से देखा और कहा, ‘‘यदि महामहिम अपने इस मामले को बताने की कृपा करें तो मैं आपको बेहतर परामर्श दे पाऊँगा।’’

वह आदमी अपनी कुरसी से उछल पड़ा और कमरे में बेचैनी से इधर-उधर टहलने लगा, फिर बेचैनी के भाव के साथ उसने अपना नकाब नोचकर जमीन पर फेंक दिया और चीखकर कहा, ‘‘तुम सही कहते हो, मैं ही किंग हूँ। अब मुझे इसे छिपाने की क्या जरूरत है?’’

होम्स फुसफुसाते हुए बोले, ‘‘वाकई, महामहिम ने मुझे नहीं बताया था, पर मैं जानता था कि मैं वेल्हम गागरिश सिगमंड वान आर्मेस्टीन, कैसल पेलेस्टीन के महान् ड्यूक और बोहेमिया के वंशज किंग से बात कर रहा हूँ।’’

हमारे विचित्र से आगंतुक ने फिर से कुरसी पर बैठते हुए और अपने ऊँचे सफेद माथे पर हाथ फेरते हुए कहा, ‘‘आप समझ ही सकते हैं कि मैं खुद ही इस तरह के काम करने का आदी नहीं हूँ, पर यह मामला इतना नाजुक था कि बिना इसमें खुद को शामिल किए मैं किसी एजेंट को बता नहीं सकता था। मैं आप से परामर्श लेने के लिए छिपकर प्राग से यहाँ आया हूँ।’’

Sherlock Holmes Story in Hindi

होम्स ने फिर अपनी आँखें बंद करते हुए कहा, ‘‘तब कृपया परामर्श लीजिए।’’ ‘‘संक्षेप में कुछ तथ्य इस प्रकार हैं—करीब पाँच साल पहले वारसा की एक लंबी यात्रा के दौरान मेरी मुलाकात एक पहुँची हुई तिकड़मी महिला से हुई थी, उसका नाम एरन एडलर है। इसमें कोई शक नहीं है कि आप भी इस नाम से परिचित होंगे।’’

होम्स ने अपनी आँखें मूँदे ही फुसफुसाते हुए कहा, ‘‘डॉक्टर, प्लीज जरा इस नाम को मेरी सूची में देखिए।’’

इधर कई सालों से होम्स ने लोगों के नामों और उनसे संबंधित चीजों की जानकारियों को एक जगह सूची बनाकर रखने का तरीका अपना लिया था, क्योंकि इसके बिना उन्हें नाम और विषय जानने में मुश्किल होती थी। इस मामले में मैंने उस महिला का जीवन-परिचय ढूँढ़ निकाला, जो हिब्रू के गुरु और स्टाफ कमांडर (जिन्होंने गहरे समुद्र की मछलियों के बारे में लिखा है) के बीच थी।

होम्स ने कहा, ‘‘मुझे देखने दो।’’ वह सन् 1858 में न्यूजर्सी में पैदा हुई थी। वारसा के इंपीरियल संगीत नाट्य की गायिका और अब सेवानिवृत्त। संभव है, लंदन में ही रह रही हो। जैसा कि मैं समझता हूँ, महामहिम का इस जवान औरत से कभी संबंध था और इस औरत को महामहिम ने कुछ अंतरंग पत्र भी लिखे थे, अब आप उन पत्रों को वापस लेना चाहते हैं।’’

‘‘बिलकुल ऐसा ही है, पर कैसे?’’

‘‘क्या आपने उससे छुपाकर शादी की थी?’’

‘‘नहीं।’’

‘‘कोई कानूनी कागज या प्रमाणपत्र?’’

‘‘नहीं।’’

‘‘तब, महामहिम! मैं यह समझ नहीं पा रहा हूँ कि वह महिला जब उन पत्रों को ब्लैकमेल करने या किसी अन्य उद्देश्य के लिए प्रस्तुत करेगी, तब उनकी प्रामाणिकता कैसे सिद्ध करेगी?’’

‘‘मेरी लिखावट से।’’

‘‘धोखाधड़ी भी हो सकती है।’’

‘‘वे मेरे निजी कागज हैं।’’

‘‘चोरी चले गए होंगे।’’

‘‘मेरी अपनी मुहर।’’

‘‘हूबहू वैसी ही बना ली गई होगी।’’

‘‘मेरे फोटोग्राफ।’’

‘‘ये भी लिये जा सकते हैं।’’

‘‘हम दोनों उस फोटोग्राफ में साथ-साथ थे।’’

‘‘ओह! यही बुरा हुआ। महामहिम, यहाँ आपने वाकई असावधानी बरती है।’’

‘‘मैं उस समय पागल था, बिलकुल पागल!’’

‘‘क्या इस मामले में आप वाकई गंभीर थे?’’

‘‘उस समय मैं राजकुमार ही था और युवक भी, पर अब मैं तीस साल का हूँ।’’

‘‘वह चिट्ठियाँ वापस पाई जा सकती थीं।’’

‘‘हमने कोशिश की थी, पर हम असफल रहे।’’

‘‘महामहिम को इसके लिए धन खर्चा करना पड़ेगा। वे चिट्ठियाँँ वापस मिल जानी चाहिए।’’

‘‘वह उन्हें बेचेगी नहीं।’’

‘‘तब चुरा ली जाएँगी।’’

‘‘पाँच बार कोशिश की जा चुकी है। मेरे धन के बल पर दो बार उसके घर में सेंध भी लगाई जा चुकी है। एक बार जब वह यात्रा कर रही थी तो हमने उसका सामान ही दूसरी जगह भिजवा दिया था। दो बार वह बीच रास्ते में ही उतारी जा चुकी है, फिर भी कोई फायदा नहीं हुआ।’’

‘‘उनका कोई निशान भी नहीं मिला?’’

‘‘बिलकुल नहीं।’’

होम्स हँसा और बोला, ‘‘यह बहुत ही छोटी सी समस्या है।’’

किंग छूटते ही बोल पड़े, ‘‘पर यह मेरे लिए बहुत ही गंभीर है।’’

‘‘वाकई! वह उन फोटोग्राफ का क्या करना चाहती है?’’

‘‘मुझे बरबाद करना।’’

‘‘पर कैसे?’’

‘‘मैं शादी करनेवाला हूँ।’’

‘‘हाँ, मैंने सुना है।’’

‘‘वह स्केंडेनेविया के किंग की दूसरी बेटी है और उसका नाम क्लोटिलडी लोपमैन वान सेक्से मेनिनजेन है। आप उसके परिवार के कड़े सिद्धांतों के बारे में पता कर सकते हैं। वह खुद भी बहुत ही नाजुक स्वभाव की है। मेरे चरित्र पर शक की छाप ही इस संबंध को खत्म कर देगी।’’

‘‘और, एरन एडलर?’’

Sherlock Holmes Story in Hindi

‘‘वह उन फोटोग्राफ्स को वहाँ भेजने की धमकी दे रही है। और वह इसे कर भी देगी। आप उसे नहीं जानते हैं, वह बहुत ही कठोर स्वभाववाली है। उसकी शक्ल तो बहुत ही खूबसूरत औरत की है, पर मन बहुत ही कठोर आदमी का है। यदि मैं किसी और औरत से शादी करता हूँ तो वह किसी भी हद तक जा सकती है।’’

‘‘आपको यकीन है कि उसने इन्हें अभी तक वहाँ नहीं भेजा होगा।’’

‘‘मुझे पक्का यकीन है।’’

‘‘क्यों?’’

‘‘क्योंकि उसने कहा है कि जिस दिन सगाई की घोषणा होगी, उसी दिन वह इनको भेजेगी और वह दिन अगला सोमवार ही है।’’

होम्स ने जम्हाई लेते हुए कहा, ‘‘ओह, अभी तीन दिन बाकी हैं। यह बहुत अच्छी बात है, क्योंकि मुझे हाल ही में एक-दो और मामले निपटाने हैं। महामहिम, क्या लंदन में ही रहेंगे?’’

‘‘बिलकुल, तुम मुझे वहाँ लैघम में काउंट वान क्राम के नाम से जान सकते हो।’’

‘‘तब मैं आपको वहीं कुछ लिखूँगा, ताकि आपको पता लग सके कि हमने कितनी प्रगति की है।’’

‘‘प्लीज जरूर! मैं बहुत ही बेचैन हूँ।’’

‘‘और धन?’’

‘‘उस पर आपको पूरा अधिकार है।’’

‘‘पूरा?’’

‘‘मैं आपको पहले ही बता चुका हूँ कि मैं उन फोटोग्राफ के बदले अपने राज्य का एक प्रांत तक दे सकता हूँ।’’

‘‘और मौजूदा खर्च के लिए?’’

किंग ने अपने लबादे के भीतर से साँभर के चमड़े का एक भारी बटुआ निकालकर मेज पर रखते हुए कहा, ‘‘इसमें स्वर्ण के रूप में तीन सौ पाउंड्स और नाटों के रूप में सात सौ पाउंड्स हैं।’’

होम्स ने अपनी नोटबुक से एक रसीद काटी और उन्हें दे दी। होम्स ने पूछा, ‘‘मिस का पता?’’

‘‘ब्रॉनी लॉज, सरपेंटाइन एवेन्यू, सेंट जॉन्स वुड।’’

होम्स ने इसे लिख लिया और कहा, ‘‘एक और प्रश्न, क्या उसका कोई फोटोग्राफ है? क्या यह कैबिनेट साइज का है?’’

‘‘हाँ।’’

‘‘ठीक है, महामहिम, ‘गुड नाइट’ और मुझे विश्वास है कि हमारे पास आपके लिए एक अच्छी खबर होगी।’’

जैसे ही वह घोड़ागाड़ी वापस जाने के लिए मुड़ी, उसने कहा, ‘‘गुड नाइट वाटसन! यदि तुम कल दोपहर तीन बजे आओ, तो मैं तुम्हारे साथ इस मामले पर बात करूँगा।’’

2 Sherlock Holmes Story

मैं ठीक तीन बजे बेकर स्ट्रीट पहुँच गया था, पर होम्स अभी तक वापस नहीं लौटा था। मकान मालकिन ने मुझे बताया कि वह सुबह आठ बजे ही घर से निकल गया था। मैं आतिशदान के बगल में उनका इंतजार करने के इरादे से बैठ गया कि उनको देर हो सकती थी।

मैं उनकी छानबीन में पहले से ही गंभीरतापूर्वक रुचि ले रहा था, हालाँकि इसमें विशेष गंभीरता या आश्चर्यजनक जैसा कुछ भी नहीं था, साथ-ही-साथ यह दो अपराधों से जुड़ा केस था, जिसे मैं पहले ही नोट कर चुका था, फिर भी इस केस की प्रकृति और इसके मुवक्किल की बड़ी हैसियत अपनी ही तरह की थी।

वास्तव में, इस छानबीन की प्रकृति के अलावा जो चीज मेरे साथी के हाथ में थी, वह थी स्थिति पर उनका पूरी तरह से कब्जा और उनके सजग खोजी तर्क, जिन्होंने उनके काम करने के ढंग और अति जटिल रहस्यों को सुलझाने के उनके सूक्ष्म तरीकों को मेरे लिए मजेदार बना दिया था। मैं उसकी पक्की सफलता का इतना आदी था कि उसके असफल होने की संभावना मेरे दिमाग को छू तक नहीं गई थी।

इस समय शाम के चार बजने ही वाले थे कि कमरे का दरवाजा खुला और शराबी की तरह बाल बिखेरे, गलमुच्छोंवाला उत्तेजित चेहरा लिये और अस्त-व्यस्त कपड़ों में होम्स कमरे में घुसा। अपने साथी के आश्चर्यजनक रूप से रूप बदलने के प्रयोग का अभ्यस्त होने पर भी मुझे अपने यकीन के लिए उसे तीन बार देखना पड़ा कि यह वही है। सहमति से सिर हिलाते हुए वह अपने बेडरूम में घुस गया और पाँच ही मिनट बाद ट्वीड का सूट पहने हुए वह अपने पहलेवाले रूप में बाहर निकल आया।

अपने हाथों को जेब में डाले हुए उसने अँगीठी के सामने अपने पैर फैला दिए और फिर कुछ मिनटों तक खुलकर हँसता रहा। वह लगभग चीखते हुए बोले, ‘‘वाकई!’’ हँसते हुए उसका गला रुँध सा गया और फिर वह असहाय होकर कुरसी पर पीछे होकर बैठ गया।

‘‘क्या बात है?’’

‘‘यह वाकया बहुत ही मजेदार था। मुझे यकीन है कि तुम अंदाज भी नहीं लगा पाओगे कि मेरी सुबह आज कैसी रही और इसे खत्म करने के लिए मैंने क्या किया?’’

‘‘मैं सोच भी नहीं पा रहा हूँ। मेरे खयाल से तुम मिस एडलर की आदतों और उसके घर को देखने गए होंगे।’’

‘‘बिलकुल ठीक! पर परिणाम कुछ अजीब सा था। फिर भी मैं तुम्हें बताऊँगा। आज सुबह आठ बजने के कुछ देर बाद ही मैं एक बेकार घुमक्कड़ आदमी का रूप बनाकर घर से निकल गया। वहाँ उन घोड़ेवालों के बीच मेरे लिए उनकी एक सद्भावना और आपसी समानता भी थी। उनमें से एक बन जाओ, तभी तुम्हें जो जानना है, वह तुम जान पाओगे। मैंने जल्दी ही ब्रॉनी लॉज ढूँढ़ निकाला।

यह लॉज बिजो विला में है और इसके ठीक पीछे एक बगीचा है, पर यह सामने सड़क पर दो मंजिला बना हुआ है। दरवाजों में ताले लगे हैं, दाहिनी तरफ बैठने के लिए एक बड़ा कमरा है, जिसमें जमीन तक की लंबी खिड़कियाँ बनी हैं और उन्हें खोलने का इंतजाम इस तरह से है कि कोई बच्चा भी इसे खोल सके। वहाँ के कमरे बिलकुल सजे-सजाए हैं। इसके पीछे ऐसा कुछ भी नहीं था, सिवाय इसके कि गलियारे की खिड़की कोच हाउस के ऊपर तक पहुँचे। मैं यहाँ चारों तरफ घूमा और इसकी हर तरह जाँच की, पर मुझे ऐसा कुछ भी नहीं मिला।

मैं तब नीचे सड़क पर आ गया और जैसा कि मुझे अंदाज था, वहाँ गली में एक छोटा सा अस्तबल मिल गया, जिसकी एक दीवार बगीचे से लगी हुई थी। मैंने साईस से हाथ मिलाया और उसके घोड़ों को सहलाया, फिर दो पेंस व आधे गिलास शैग तंबाकू।

मिस एरेन के बारे में जो मैं चाहता था, वे जानकारियाँ मुझे मिल गईं। उसके पड़ोस में रहनेवाले आधे दर्जन लोगों में मेरी बिलकुल ही दिलचस्पी नहीं थी, बल्कि यहाँ से मिला उसका जीवन परिचय सुनने के लिए मैं मजबूर हो गया था।’’

Sherlock Holmes Story in Hindi

मैंने पूछा, ‘‘एडलर का क्या हुआ?’’

‘‘वह औरत वहाँ के सभी आदमियों का घमंड तोड़ चुकी है। वह बला की खूबसूरत है। ऐसा ही उस साईस ने मुझे बताया था। वह औरत अकेली ही रहती है और समारोहों में गाना गाती है। वह हर रोज पाँच बजे शाम को बाहर जाती है और ठीक सात बजे खाना खाने के लिए वापस आ जाती है। सिवाय गाना गाने के वह शायद ही कभी किसी और समय कहीं जाती है।

वहाँ सिर्फ एक ही आदमी आता है, पर उनके आपस में संबंध अच्छे हैं। वह साँवले से रंग का खूबसूरत नौजवान है, वह दिन में एक बार से कम नहीं आता है और कभी-कभी तो दो बार आता है। वह इनर टैंपल का रहनेवाला है और उसका नाम गाडफ्रे नार्टन है। देखा तुमने, कोचवान को विश्वास में लेने का फायदा। वे उसे सर्पेंटाइन के अस्तबल से लेकर दर्जनों बार घर आए और उसके बारे में सभी कुछ जान लिया।

इन्हें जो भी कहना था, जब मैं सुन चुका तब मैं ब्रॉनी लॉज की तरफ एक बार और घूमने निकल गया और अपनी योजना पर सोचने लगा। ‘‘इस मामले में गाडफ्रे नार्टन का विशेष महत्त्व है। वह एक वकील है। इस बात से अशुभ संकेत मिलता है।

उन दोनों के बीच कैसा रिश्ता था और वहाँ उसके बार-बार आने का क्या मकसद था? क्या वह उसकी मुवक्किल थी या मित्र या फिर मालकिन थी? यदि वह उसकी मुवक्किल है, तब मुमकिन है कि उसने वे फोटोग्राफ उसे रखने के लिए दे दिए होंगे। यदि वह मित्र या मालकिन है, तब इसकी संभावना कम ही है। अब प्रश्न यह उठता था कि मैं अपनी शुरुआत ब्रॉनी लॉज से करूँ या अपना ध्यान टेंपल में उस आदमी के चेंबर पर लगाऊँ।

यह एक बड़ा ही नाजुक विषय था और इसने मेरी छानबीन के क्षेत्र को भी बढ़ा दिया था। मुझे लग रहा है कि मैं तुम्हें इन विवरणों को सुनाकर ऊबा रहा हूँ, पर मैं तुम्हें अपनी परेशानियाँ बता रहा हूँ, ताकि तुम इस परिस्थिति को समझ सको।’’

‘‘मैं तुम्हारी बातों पर पूरा ध्यान दे रहा हूँ।’’

‘‘मैं अभी इस मामले को अपने दिमाग में तय ही कर रहा था कि तभी एक घोड़ागाड़ी ब्रॉनी लॉज पर आकर रुकी और उसमें से एक आदमी बाहर कूदा। वह बहुत ही खूबसूरत, गहरे रंग का और पतली मूँछोंवाला ठीक वैसा ही नौजवान था, जैसा कि मैंने सुन रखा था। वह बहुत ही जल्दी में दिखता था, उसने तेज आवाज में कोचवान को ठहरने के लिए कहा और जैसे ही उस महिला ने दरवाजा खोला, वह उसे किनारे हटाकर शीघ्रता, पर सहजता से कमरे में घुस गया।’’

‘‘वह कमरे में करीब आधे घंटे तक रहा और मैं बैठक की खिड़कियों से केवल उसकी झलक भर ही देख सका। वह आगे-पीछे चहलकदमी कर रहा था और अपने हाथों को हिलाता हुआ उत्तेजना में बातें कर रहा था, उस औरत को मैं नहीं देख पा रहा था, तभी अचानक वह कमरे से बाहर निकला और उसमें पहले की अपेक्षा अधिक हड़बड़ी दिख रही थी। जैसे ही वह घोड़ागाड़ी की तरफ बढ़ा, उसने अपनी जेब से सोने की घड़ी निकाली और इसे बहुत ध्यान से देखा तथा चिल्लाकर बोला, ‘‘गाड़ी तेजी से हाँको और पहले रीजेंट स्ट्रीट, ग्रास एंड हैन्की ले चलो और फिर इड्जवेयर रोड पर सेंट मोनिका चर्च की तरफ चलो। अगर तुम बीस मिनट में पहुँचा दोगे, तो मैं तुम्हें आधी गिन्नी दूँगा।’’

‘‘वह दूर चला गया और मैं भौंचक्का खड़ा था कि मुझे उसका पीछा करना चाहिए कि नहीं, तभी एक छोटी घोड़ागाड़ी गली में आई। घोड़ागाड़ी के कोचवान के कोट के बटन अभी आध ही लगे थे, उसकी टाई उसके कानों के नीचे थी और घोड़े के साज-सामान के बिल्ले बकसुए से लटक रहे थे। यह अभी रुका भी नहीं था कि वह औरत हॉल के दरवाजे से ही उसे रुकने के लिए चिल्लाई। मैंने उसकी केवल एक ही झलक देखी थी, वह एक खूबसूरत महिला थी, उसका चेहरा ऐसा था कि कोई भी आदमी उस पर मर मिट सकता था।

‘‘वह चीखती हुई बोली, ‘‘सेंट मोनिका चर्च, जॉन। और अगर तुम मुझे वहाँ बीस मिनटों में पहुँचा दोगे तो मैं तुम्हें आधी अशरफी दूँगी।’’

‘‘इस मौके को छोड़ना अच्छा नहीं था, वाटसन। मैं अभी यह तय नहीं कर पा रहा था कि उसकी घोड़ागाड़ी के पीछे ही मैं खड़ा हो जाऊँ या इसके पीछे दौड़ पड़ूँ। तभी एक दूसरी घोड़ागाड़ी आ गई। कोचवान ने ऐसे अस्त-व्यस्त व्यक्ति को ऊपर से नीचे तक दो बार देखा और इससे पहले कि वह मना करता, मैं कूदकर गाड़ी में बैठ गया और फिर कहा, ‘‘सेंट मोनिका चर्च चलो। अगर तुम बीस मिनट में पहुँचा दोगे तो मैं तुम्हें आधी अशरफी दूँगा।’’

इस समय बारह बजने में बीस मिनट बाकी थे और जो कुछ हुआ वह सामने ही था। ‘‘मेरी घोड़ागाड़ी तेज दौड़ी। मुझे नहीं लगता है कि मैं पहले कभी इतना तेज चला था, पर वे अभी मुझसे आगे थे। जब मैं वहाँ पहुँचा तो वे दोनों घोड़ागाड़ी चर्च के गेट के सामने खड़ी थीं और घोड़ों के मुँह से भाप निकल रही थी। मैंने कोचवान को भाड़ा दिया और तेजी से चर्च के भीतर भागा। वहाँ वे दोनों, जिनका मैंने पीछा किया था और एक पादरी के अलावा कोई नहीं था और ऐसा मालूम पड़ता था कि पादरी उनसे कुछ बहस कर रहा था।

वे तीनों चर्च की मेज के सामने खड़े थे। मैं चर्च में लगी सीटों के किनारे की जगह में चुपचाप खड़ा था। अचानक उन तीनों ने मेरी तरफ देखा ओर मुझे आश्चर्य तब हुआ, जब गाडफ्रे नार्टन मेरी तरफ दौड़कर आया।’’

वह जोर से बोला, ‘‘थैंक गॉड! आपने यह अच्छा कर दिया। आओ, आओ।’’

मैंने पूछा, ‘‘क्या बात है?’’ ‘‘आइए-आइए, केवल तीन मिनट ही लगेंगे, नहीं तो यह शादी वैध नहीं कही जाएगी।’’

‘‘मुझे चर्च की मेज के पास तक करीब-करीब खींच लिया और जब तक मैं कुछ समझता, मेरे कानों में फुसफुसाहट शुरू हो गई और मेरी गवाही उन चीजों के लिए हुई, जिन्हें मैं जानता तक नहीं था, जिनमें मिस एरेन एडलर और अविवाहित गाडफ्रे नार्टन की वैवाहिक सुरक्षा में सहयोग भी शामिल था। यह सबकुछ अचानक ही हुआ और एक तरफ से वह आदमी मुझे धन्यवाद दे रहा था और दूसरी तरफ वह औरत।

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जबकि पादरी बीच में खड़ा होकर मुसकरा रहा था। अपने जीवन में इस तरह की हास्यास्पद स्थिति का मैंने कभी सामना नहीं किया था, यह सोचकर अभी भी मुझे हँसी आ जाती है। ऐसा लगता है कि उनकी शादी की अनुमति मिलने में औपचारिकता की कमी रह गई होगी, क्योंकि पादरी ने बिना गवाह के शादी कराने से मना कर दिया था और मेरी सौभाग्यशाली उपस्थिति ने दूल्हे को सड़क पर बेस्टमैन ढूँढ़ने की परेशानी से बचा लिया था।

उस दुलहन ने मुझे एक अशरफी दी, जिसे मैं इस अवसर की स्मृति में अपनी घड़ी की चेन में पहननेवाला हूँ।’’ मैंने कहा, ‘‘यह सबकुछ बहुत ही अप्रत्याशित मामला है। फिर क्या हुआ?’’

‘‘मैंने देखा कि मेरी योजनाएँ गंभीर रूप से जोखिम में पड़ गई थीं। ऐसा लगा कि वह जोड़ा तुरंत ही वापस जा सकता था और इसीलिए मुझे भी इसी के अनुसार कदम उठाना था। चर्च के गेट पर जब वे अलग हुए और वह आदमी टेंपल की तरफ गया तथा वह औरत अपने घर की तरफ, तब वह औरत उस आदमी से बोली, ‘मैं हमेशा की तरह पाँच बजे पार्क में आ जाऊँगी।’ ‘‘मैं और कुछ न सुन सका और फिर वे दोनों अलग-अलग दिशाओं में चले गए। अब मैं अपना इंतजाम करने के लिए चला।’’

‘‘कैसा इंतजाम?’’

होम्स ने घंटी बजाते हुए जवाब दिया, ‘‘कुछ ठंडा मीट और एक गिलास बियर हो जाए, मैं इतना व्यस्त था कि मैं खाने के बारे में सोच भी न सका और मेरी आज की शाम के भी व्यस्त रहने की संभावना है। डॉक्टर, मुझे तुम्हारे साथ की जरूरत होगी।’’

‘‘मुझे इसमें खुशी होगी।’’

‘‘तुम्हें कानून तोड़ना बुरा तो नहीं लगेगा?’’

‘‘बिलकुल नहीं।’’

‘‘गिरफ्तार होने की संभावना से भी नहीं?’’

‘‘अच्छे कारण के लिए, बिलकुल नहीं।’’

‘‘हाँ, कारण तो बहुत ही अच्छा है।’’

‘‘तब तो मैं तुम्हारा ही आदमी हूँ।’’

‘‘मुझे यकीन था कि मैं तुम पर भरोसा कर सकता हूँ।’’

‘‘मगर, तुम चाहते क्या हो?’’

‘‘जब मिसेज टर्नर ट्रे लेकर आएँगी, तब मैं तुम्हें बताऊँगा। जैसे ही मकान मालकिन कुछ खाने को लेकर आई, वह उसकी तरफ भूख से मुड़ते हुए बोले, ‘‘मैं खाते हुए ही बात करूँगा, क्योंकि मेरे पास वक्त नहीं है। इस समय करीब पाँच बज रहे हैं। अगले दो घंटों में ही हमें काम शुरू कर देना है। जैसे ही मिस एडलर या मैडम एडलर सात बजे वापस लौटती हैं, हमें उनसे ब्रॉनी लॉज पर मुलाकात करनी॒है।’’

‘‘और तब।’’

‘‘यह तुम मेरे ऊपर छोड़ दो। जो होनेवाला है उसका इंतजाम मैं पहले से ही कर चुका हूँ। सिर्फ एक ही चीज है, जिस पर हमें जोर देना है। चाहे जो भी हो, तुम बीच में मत पड़ना। समझ गए न?’’

‘‘क्या मुझे तटस्थ बने रहना है?’’

‘‘चाहे जो भी हो, कुछ मत करना। वहाँ कुछ छोटी-मोटी अच्छी न लगनेवाली चीजें भी हो सकती हैं। इनमें शामिल मत होना। मेरे उसके घर में घुसते ही यह खत्म हो जाएँगी। इसके चार या पाँच मिनटों के बाद बैठक कक्ष की खिड़की खुलेगी और तुम्हें उस खुली खिड़की के पास ही मौजूद रहना है।’’

‘‘ठीक है।’’

‘‘और जब मैं अपना हाथ ऊपर करूँ, तब तुम उस चीज को कमरे में फेंक दोगे, जो मैं तुम्हें फेंकने के लिए दूँगा और उसी समय तुम आग-आग भी चिल्लाना। ठीक से समझ गए न।’’

‘‘बिलकुल।’’

होम्स ने अपनी जेब से सिगार की तरह की एक लंबी सी चीज निकालते हुए कहा, ‘‘यह कोई बहुत खतरनाक चीज नहीं है। यह एक साधारण सा धुएँवाला रॉकेट है और इसके ऊपर अपने आप ही जल जानेवाला ढक्कन लगा हुआ है। तुम्हारा काम इसे छिपाकर अपने पास रखना है। जब तुम आग लगने की आवाज लगाओगे, तब इसमें कई लोग शामिल हो जाएँगे। तब तुम गली के मोड़ पर पहुँच जाना, जहाँ मैं तुमसे दस मिनट के बाद मिल लूँगा। मुझे लगता है कि मैंने सबकुछ स्पष्ट कर दिया है।’’

‘‘मुझे खिड़की के पास तटस्थ भाव से खड़े रहकर आपके ऊपर निगाह रखनी है और आपका इशारा मिलते ही इस चीज को खिड़की के भीतर फेंकना है, फिर आग-आग चिल्लाकर गली के मोड़ पर आपका इंतजार करना है।’’

‘‘बिलकुल ठीक।’’

‘‘तब आप मुझ पर पूरी तरह से भरोसा कर सकते हैं।’’

‘‘ठीक है, मैं सोचता हूँ कि अब समय आ गया है कि मुझे नई भूमिका की तैयारी कर लेनी चाहिए।’’

होम्स अपने बेडरूम में गायब हो गए और जब कुछ मिनटों के बाद बाहर निकले तो वह एक सौम्य, सरल पादरी के रूप में थे। उनका चौड़ा काला टोप, ढीली पतलून, सफेद शर्ट और करुणामयी मुसकराहट के साथ उनकी परोपकारी जिज्ञासा ठीक फादर जॉन हारे की तरह ही लग रही थी। होम्स ने सिर्फ अपना पहनावा ही नहीं बदला, बल्कि उनकी भंगिमा, उनका व्यवहार और उसकी आत्मा भी परिवर्तित सी मालूम पड़ती थी।

जब से वे अपराध विशेषज्ञ बने, तब से मंच ने अपना एक बेहतरीन अभिनेता खो दिया और यहाँ तक कि विज्ञान ने तो अपना एक तर्कशास्त्री भी खो दिया। जब हम बेकर स्ट्रीट के लिए चले तब शाम के सवा छह बज रहे थे और अभी एक घंटा पूरा होने में दस मिनट बाकी ही थे कि हम सर्पेंटाइन एवेन्यू पहुँच गए। इस समय धुँधलका हो चुका था और जब हम ब्रॉनी लॉज के सामने आगे-पीछे टहल रहे थे, तब लैंपों की रोशनी जलनी शुरू हो गई थी।

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हम अभी लॉज में रहनेवाली का इंतजार कर रहे थे। यह घर बिलकुल वैसा ही था जैसा कि मैंने शेरलॉक होम्स के सारगर्भित विवरण से इसकी रूपरेखा खींची थी, परंतु यह इलाका मेरे अनुमान की तुलना में व्यक्तिगत कम लगता था। एक छोटी सी गली होने के बावजूद यहाँ का पास-पड़ोस काफी जीवंत था। गंदे कपड़ों में यहाँ कुछ लोग कोने में खड़े सिगरेट पी रहे थे और हँस रहे थे।

कैंची की धार तेज करनेवाला एक आदमी अपने पहिए के साथ वहीं मौजूद था और दो चौकीदार एक नर्स के साथ हँसी-ठट्ठा कर रहे थे। कुछ जवान आदमी अच्छे कपड़े पहने हुए मुँह में सिगार लिये वहाँ मटरगश्ती कर रहे थे। जब हम लॉज के सामने चहलकदमी कर रहे थे, तभी होम्स ने कहा, ‘‘इस शादी ने मामले को काफी आसान बना दिया है। अब वह फोटोग्राफ दोधारी तलवार बन चुका है।

यह मुमकिन है कि वह औरत यह नहीं चाहेगी कि मि. गाडफ्रे नार्टन इन फोटोग्राफ को देखें और ठीक उसी तरह हमारा मुवक्किल भी नहीं चाहता है कि यह उसकी राजकुमारी की आँखों के सामने आए। अब प्रश्न यह है कि हमें यह फोटोग्राफ मिलेगा कहाँ?’’

‘‘सचमुच, कहाँ?’’

‘‘इस बात की संभावना बहुत ही कम है कि वह औरत फोटो अपने साथ लेकर गई होगी। इनका आकार बड़ा है और औरत के कपड़ों में इनका छुपना नामुमकिन है। वह यह जानती है कि किंग उसे कहीं भी बीच रास्ते में ही रोकने और उसकी तलाशी लेने में सक्षम है। इस तरह के दो प्रयास पहले भी हो चुके थे। तब यह तय है कि वह इन्हें अपने साथ लेकर नहीं चलती है।’’

‘‘तब कहाँ?’’

‘‘यह उसके बैंकर और उसके वकील के पास हो सकता है। इसमें भी दोहरी संभावना है। मगर मैं इन दोनों के ही खिलाफ सोच रहा हूँ। औरतें स्वभाव से ही गोपनीय होती हैं और वे अपनी स्वयं की ही गोपनीयता को ही पसंद करती हैं। वह इन्हें किसी और को क्यों देगी? वह अपने आप पर ही भरोसा करेगी। एक व्यापारी पर इसका कब क्या अप्रत्यक्ष या राजनीतिक प्रभाव डाला जा सकता है, अतः वह इसे किसी को नहीं बताएगी। इसके साथ ही यह याद रखो कि वह कुछ ही दिनों में इसका इस्तेमाल करने का निश्चय कर चुकी थी। फोटो वहीं होना चाहिए। इसे उसके घर में ही होना चाहिए।’’

‘‘मगर इसमें दो बार चोरी की जा चुकी है।’’

‘‘हुँह! उन्हें नहीं मालूम होगा कि कैसे खोजा जाए?’’

‘‘पर तुम कैसे खोजोगे?’’

‘‘मैं नहीं खोजूँगा।’’

‘‘तब?’’

‘‘वह मुझे खुद ही दिखाएगी।’’

‘‘मगर, वह मना कर देगी।’’

‘‘वह ऐसा नहीं कर पाएगी। मुझे पहियों की आवाज सुनाई पड़ रही है। यह उसी की घोड़ागाड़ी की आवाज है। अब मेरे आदेशों का पालन करना।’’ जैसे वह बोला, तभी एक घोड़ागाड़ी के बगलवाली लाइटों की चमक एवेन्यू के मोड़ से झलकी। यह एक छोटी सी घोड़ागाड़ी थी और ठीक लॉज के गेट के सामने आकर रुक गई।

जैसे ही गाड़ी रुकी, एक आवारा सा दिखता आदमी एक कॉपर पाने की उम्मीद में तेजी से दरवाजा खोलने आगे आया, पर तभी एक-दूसरे लोफर ने इसी उम्मीद से उसे अपनी कुहनी का धक्का मारकर पीछे की ओर ढकेल दिया। तभी वहाँ दोनों में झगड़ा शुरू हो गया, जिसमें दोनों चौकीदार भी शामिल हो गए।

वे लॉज में रहनेवाले आदमी का पक्ष ले रहे थे और कैंची की धार तेज करनेवाला आदमी उतनी की गरममिजाजी से दूसरे पक्ष की ओर था। अब उनमें धक्का-मुक्की शुरू हो गई और वह औरत, जो कि अभी घोड़ागाड़ी से उतरने ही वाली थी, उन झगड़नेवाले गुस्सैल लोगों के बीच फँस गई। वे लोग आपस में एक-दूसरे को जंगलियों की तरह मुक्के और छडि़यों से मार रहे थे।

होम्स भीड़ में उस महिला को बचाने के लिए कूद पड़ा, पर जैसे ही वह वहाँ पहुँचा, वह जोर से चीखा और जमीन पर गिर पड़ा, उसके चेहरे से खून बह रहा था। उसके गिरते ही चौकीदार एक ओर भागे और वहाँ के रहनेवाले दूसरी ओर पर बहुत से भले आदमी जो कि इस झगड़े में शामिल हुए बिना ही इसे मात्र देख रहे थे, वे इस घायल आदमी और उस महिला की सहायता करने के लिए इकट्ठा हो गए।

एरेन एडलर, इसे अभी मैं यही पुकारूँगा, तेजी से आगे बढ़ी, हॉल की रोशनी में उसके शरीर की बनावट और भी आकर्षक लग रही थी। उसने गली में इधर-उधर देखा और बोली, ‘‘क्या इस बेचारे को चोट लग गई है?’’ कई आवाजें आईं, ‘‘यह मर गया है।’’ तभी एक अन्य बोला, ‘‘नहीं, नहीं! अभी इसमें जान है। इससे पहले कि तुम इसे अस्पताल ले जाओ, यह मर जाएगा।’’

एक औरत बोली, ‘‘यह बहुत बहादुर आदमी है। अगर यह बीच में नहीं आता तो वे बदमाश उस औरत का बटुआ ले गए होते। वे सब एक गिरोह के हैं और बदमाश भी। देखो, अभी इसकी साँस चल रही है।’’

‘‘यह इस तरह से गली में तो नहीं पड़ा रह सकता है, हमें इसे अंदर ले चलना चाहिए।’’

‘‘बिलकुल ठीक है। उसे बैठनेवाले कमरे में ले आओ। वहाँ आरामदेह सोफा भी है। प्लीज, इधर से आइए।’’ होम्स अब आराम-आराम से धीरे से ब्रॉनी लॉज में पहुँच गया और उस बैठक-कक्ष में लेट गया, जबकि मैं अभी भी खिड़की के बगल में खड़ा होकर अगली काररवाई के लिए उन्हें देख रहा था। लैंप जला दिए गए, पर परदे इसलिए नहीं गिराए गए थे कि मैं होम्स को सोफे पर लेटा हुआ देख सकूँ।

मैं नहीं जानता था कि वह जो काम कर रहा था, उसका उन्हें कोई पछतावा था या नहीं, पर यह मैं जानता था कि मुझे अपने जीवन में इतनी शर्म पहले कभी महसूस नहीं हुई थी, क्योंकि मैं उस खूबसूरत महिला के खिलाफ एक साजिश में शामिल हूँ, जबकि वह उस घायल आदमी के लिए कितनी करुणा और गरिमा से उसके ठीक होने का इंतजार कर रही है।

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किंतु होम्स के साथ सबसे बड़ा विश्वासघात होगा कि उसने मुझे जो काम सौंपा था, उससे मैं अपने आपको पीछे खींच लेता। मैंने अपना दिल कड़ा किया और अपने कपड़ों में छिपाकर रखे हुए उस धुएँवाले रॉकेट को हाथ में ले लिया। मैंने सोचा कि आखिरकार हम उस औरत को चोट नहीं पहुँचा रहे हैं, बल्कि उसे दूसरों को चोट पहुँचाने से रोक भर रहे हैं।

होम्स अब सोफे पर बैठ गया और मैंने उसके हावभाव देखे, जैसे कि उसे हवा की जरूरत महसूस हो रही थी। एक नौकरानी तेजी से भागी और खिड़कियाँ खोल दीं। ठीक उसी समय मैंने उसका हाथ ऊपर की ओर उठा देखा, जो कि मेरे लिए एक इशारा था और मैंने तुरंत ही वह धुएँवाला रॉकेट खिड़की से अंदर की तरफ उछाल दिया और ‘आग-आग’ चिल्लाया।

अभी मेरी आवाज पूरी तरह से बाहर गूँजी भी नहीं थी कि सभी भले-बुरे आदमियों की भीड़ वहाँ इकट्ठा हो गई और सब साथ मिलकर आग-आग चिल्लाने लगे। धुएँ का एक मोटा बादल कमरे से घुमड़ता हुआ खिड़की से बाहर निकला। मुझे अंदर कुछ भागते लोगों की झलक दिखी, पर तभी अगले ही पल होम्स की सांत्वना देने की आवाज सुनाई पड़ी कि यह झूठी चेतावनी है।

लोगों की भीड़ से सरकता हुआ मैं अब अपने अगले पड़ाव गली के मोड़ पर पहुँच गया और दस मिनट के बाद ही मेरे साथी का हाथ अपने हाथों में पाकर मैं खुश था, और हम इस चिल्ल-पौं से दूर हो गए थे। हम कुछ मिनटों तक तेजी से चलते रहे, जब तक कि हम एक शांत गली में नहीं आ गए, जो कि हमें एड्जवेयर रोड की ओर ले जाती थी।

होम्स बोला, ‘‘डॉक्टर! तुमने बहुत ही अच्छा काम किया। इससे बेहतर और कुछ हो भी नहीं सकता था।’’

‘‘क्या आपके पास फोटोग्राफ हैं?’’

‘‘मैं जानता हूँ कि वह कहाँ हैं।’’

‘‘आपने उनका पता कैसे लगाया?’’

‘‘उसने मुझे दिखा दिया, मैंने तुम्हें कहा था कि वह मुझे दिखाएगी।’’

‘‘मैं अभी भी अँधेरे में ही हूँ।’’

होम्स ने हँसते हुए कहा, ‘‘मैं इसे रहस्य नहीं बनाना चाहता हूँ। यह मामला बिलकुल ही सीधा है। तुमने देखा होगा कि इस गली का हर आदमी इसमें शामिल था। वे सभी इस शाम यह सब करने के लिए पहले से ही तय थे।’’

‘‘मैंने इसका अनुमान लगाया था।’’

‘‘जब वह कतार जुटी तो मैंने अपने हाथ में गीला लाल पेंट लगा लिया था और मैं तेजी से उनके बीच दौड़ा और फिर जमीन पर गिर पड़ा, मैंने अपने चेहरे को हाथों से ढक लिया और इस तरह दया का पात्र बन गया। वैसे यह चाल काफी पुरानी है।’’

‘‘इसे तो मैं समझ ही गया था।’’

‘‘तब वे मुझे अंदर कमरे में ले गए। वह मुझे कमरे में ले जाने को मजबूर हो गई थी। इसके अलावा वह कर भी क्या सकती थी? उनका बैठक-कक्ष ही वह कमरा है, जिस पर मुझे शुबहा था। यह कमरा उसके बेडरूम के पास ही है और इसे ही मैं देखना चाहता था। उन लोगों ने मुझे सोफे पर लिटा दिया, फिर मैंने हवा के लिए हाथ-पैर चलाए और खिड़की खोलना उसकी मजबूरी बन गई, इस तरह तुमको मौका मिल गया।’’

‘‘इससे तुम्हें क्या सहायता मिली?’’

‘‘यह काम बहुत ही जरूरी था। जब एक औरत देखती है कि उसके घर में आग लग गई है, तब वह तुरंत ही उसी चीज की तरफ भागती है, जिसकी कीमत उसकी निगाह में सबसे अधिक होती है। यह बिलकुल ही आवेग पर काबू पाने जैसी चीज है और मैं कई बार इसका फायदा उठा चुका हूँ। डार्लिंग्टन के बदलेवाले केस में यह मेरे इस्तेमाल की चीज थी और आर्नस्वर्थ कैसल के मामले में भी मैंने इसका इस्तेमाल किया था। एक शादीशुदा औरत अपने बच्चे के पास लपकती है और एक अविवाहित अपने गहने के पास पहुँचेगी। अब यह बिलकुल ही स्पष्ट था कि हमारी आज की महिला के पास उसके लिए इससे कीमती कुछ भी नहीं था, जिसकी हमें भी तलाश थी। वह इसे सुरक्षित करने के लिए भागी। आग लगने की चेतावनी अच्छे ढंग से दी गई थी, वह धुआँ और चिल्लाहट लोहे की तंत्रिकाओं को भी झकझोरने के लिए काफी था। उसने बहुत बेहतर ढंग से इसका जवाब भी दिया था। वह फोटोग्राफ घंटी के ठीक दाहिनी तरफ खिसकनेवाले दरवाजे के पीछे आले में रखे थे। वह वहाँ तुरंत ही पहुँची और जैसे ही उसने इन्हें अभी आधा ही बाहर निकाला था और मैंने इनकी अभी एक झलक ही देखी थी कि तभी मैं चीखा—यह सब झूठा शोर-गुल है, तब उसने उसे वहीं वापस रख दिया और रॉकेट की तरफ देखते हुए कमरे में भागी और तभी से मैंने उसे नहीं देखा है। मैं उठा और माफी माँगते हुए घर से बाहर निकल गया। मैं हिचकिचा रहा था कि मुझे तुरंत फोटोग्राफ हासिल करने का प्रयास करना चाहिए कि नहीं, तभी मैंने देखा कि कोचवान कमरे में आ गया और मुझे ध्यान से देखने लगा। अब इंतजार करना ही बेहतर था, क्योंकि थोड़ी सी भी जल्दबाजी सबकुछ गड़बड़ कर सकती थी।’’

‘‘और अब?’’

‘‘हमारी तलाश करीब-करीब पूरी हो चुकी है। मैं कल ही किंग को बुला लूँगा और तुमको भी, यदि तुम चाहो तो। हम बैठक-कक्ष में उस औरत का इंतजार करने के लिए बैठाए जाएँगे, पर जैसे ही वह वहाँ आएगी, मुमकिन है कि वह वहाँ न तो हमें और न ही उस फोटोग्राफ को पाएगी। महामहिम को इसमें संतोष होगा कि उन्होंने इसे अपने हाथों से ही प्राप्त किया है।’’

‘‘उन्हें आप कब बुलाएँगे?’’

‘‘सुबह आठ बजे। वह तब तक उठी नहीं होगी और हमारे लिए रास्ता साफ होगा। हमें बहुत ही सचेत रहना चाहिए, क्योंकि उसकी शादी उसकी आदतों और उसके जीवन में काफी परिवर्तन कर देगी। मुझे बिना देर किए ही किंग को तार भेज देना चाहिए।’’

हम बेकर स्ट्रीट पहुँच गए और दरवाजे पर रुके, होम्स अपनी जेब में चाभी ढूँढ़ ही रहे थे कि किसी राहगीर की आवाज आई, ‘‘गुड नाइट, मिस्टर शेरलॉक होम्स।’’ उस समय फुटपाथ पर कई लोग थे, परंतु यह शुभकामना किसी दुबले-पतले युवक की ओर से आई थी, जो कि शायद जल्दी में था।

होम्स ने गली की धीमी रोशनी में उसे घूरते हुए कहा, ‘‘मैं इस आवाज को पहले भी सुन चुका हूँ, पर यह कौन हो सकता है?’’

3 Sherlock Holmes Story

उस रात मैं बेकर स्ट्रीट में ही सोया था और जब हम सुबह ब्रेड और कॉफी का नाश्ता कर रहे थे, उसी समय बोहेमिया के किंग हमारे कमरे में धड़धड़ाते हुए घुसे और करीब-करीब चीखती सी आवाज में शेरलॉक होम्स का कंधा पकड़कर उनके चेहरे पर आँखें गड़ाते हुए पूछा, ‘‘क्या तुम्हें सचमुच वे फोटोग्राफ मिल गए?’’

‘‘अभी नहीं।’’

‘‘क्या तुम्हें उनके मिलने की उम्मीद है?’’

‘‘मुझे पूरी उम्मीद है।’’

‘‘तब चलिए, मैं चलने के लिए बेचैन हूँ।’’

‘‘हमें एक घोड़ागाड़ी कर लेनी चाहिए।’’

‘‘नहीं, मेरी बग्घी इंतजार कर रही है।’’

‘‘तब तो यह और भी आसान हो जाएगा।’’

हम सभी एक बार फिर से ब्रॉनी लॉज की तरफ चल पड़े। होम्स बोले, ‘‘एरेन एडलर की शादी हो चुकी है।’’

‘‘शादी! कब?’’

‘‘कल।’’

‘‘पर किससे?’’

‘‘एक अंग्रेज वकील से, उसका नाम नार्टन है।’’

‘‘पर वह उससे प्यार नहीं करती थी।’’

‘‘मुझे उम्मीद है, वह करती है।’’

‘‘ऐसी उम्मीद क्यों है?’’

‘‘क्योंकि यह महामहिम के भविष्य के डर को दूर कर देगी। यदि वह औरत अपने पति को प्यार करती है, तब वह महामहिम को नहीं चाहेगी, और जब वह महामहिम को नहीं चाहेगी, तब उसका महामहिम की योजना में दखल देने का कोई इरादा नहीं होगा।’’

‘‘यह सच है, मगर फिर भी मेरी इच्छा थी कि वह मेरे ही पास रहती। वह कितनी अच्छी रानी होती।’’ किंग अपनी चुप्पी में तब तक खोया रहा जब तक कि हमने सर्पेंटाइन एवेन्यू पहुँचकर उसका ध्यान भंग नहीं कर दिया। ब्रॉनी लॉज का दरवाजा खुला हुआ था और एक उम्रदराज औरत सीढि़यों पर खड़ी थी। जैसे ही हम बग्घी से नीचे उतरे, उसने हमें उपहास की दृष्टि से देखा और बोली, ‘‘मेरे खयाल से आप शेरलॉक होम्स हैं।’’

मेरे साथी ने उस महिला की ओर एक आश्चर्य और प्रश्नवाचक दृष्टि डालते हुए जवाब दिया, ‘‘मैं ही शेरलॉक होम्स हूँ।’’

‘‘वाकई! मेरी मालकिन ने मुझे बताया था कि आपके आने की संभावना है। वे आज सुबह 5.15 बजे अपने पति के साथ ट्रेन से महाद्वीप के लिए चारिंग क्रॉस से जा चुकी हैं।’’

होम्स लड़खड़ाते हुए पीछे हटे, खीज और आश्चर्य के साथ उन्होंने कहा, ‘‘क्या?’’

‘‘तुम्हारा मतलब है, वह इंग्लैंड से जा चुकी है?’’

‘‘हाँ, और कभी वापस नहीं लौटेगी।’’

किंग ने कर्कश आवाज में पूछा, ‘‘और वे कागज?’’

‘‘वे सब जा चुके हैं।’’

होम्स ने नौकरानी को पीछे की ओर धकेलते हुए कहा, ‘‘हम देखेंगे।’’

मैं और किंग दोनों ही होम्स के पीछे कमरे में पहुँचे। कमरे में चारों ओर फर्नीचर फैले हुए थे, आलमारियाँ और दराजें खुली हुई थीं, ऐसा मालूम पड़ता था कि उस औरत ने वहाँ से जाने की जल्दी में उन्हें छान मारा था। होम्स तेजी से घंटी की तरफ भागे और खिसकनेवाला शटर तोड़ दिया तथा आले में अपना हाथ घुसेड़ दिया, हाथ जब बाहर निकला तो इसमें एक फोटोग्राफ और साथ में एक पत्र था।

फोटोग्राफ एरेन एडलर का ही था और इसमें उसने नाइट ड्रेस पहन रखी थी। इस पत्र के कोने पर शेरलॉक होम्स का नाम लिखा था। मेरे साथी ने उस पत्र को खोला और हम तीनों ने इसे साथ ही पढ़ा। इसमें पिछली रात की ही तारीख थी और इसका मजमून कुछ इस प्रकार था— मेरे प्यारे शेरलॉक होम्स! आपने अपना काम बहुत ही अच्छे ढंग से किया। आपने तो मुझे लपेट ही लिया था।

आग लगने की चेतावनी तक मुझे बिलकुल भी अंदाज नहीं लगा, पर तभी मुझे एहसास हुआ कि मुझे धोखा दिया जा रहा है। मुझे महीनों पहले ही आपसे सावधान रहने की चेतावनी मिल चुकी थी। मुझे यह बताया जा चुका था कि अगर किंग किसी एजेंट की सेवाएँ लेगा तब वह निश्चित ही आप ही होंगे। आपका पता भी मुझे दे दिया गया था, फिर भी इन सब के साथ ही मुझे पता चल गया था कि आप क्या चाहते थे।

Sherlock Holmes Story in Hindi

संदेह होने के बाद भी मैं एक बूढ़े दयालु पादरी का बुरा सोच पाने में असमर्थ थी। आप जानते ही हैं कि मुझे एक अभिनेत्री का प्रशिक्षण मिल चुका है और आदमियों के पहनावे मेरे लिए नए नहीं हैं। मैं अकसर इनकी आजादी का फायदा लेती रही हूँ। मैंने अपने कोचवान जॉन को आप पर नजर रखने के लिए भेजा था और जैसे ही आप बाहर निकले, मैं आपके पीछे हो ली।

मैंने आपके घर तक आपका पीछा किया और मुझे पूरा यकीन हो गया कि मैं ही शेरलॉक होम्स की रुचि का लक्ष्य हूँ। तभी मैंने आपको अविवेकपूर्ण ढंग से गुड नाइट कहा और अपने पति से मिलने टेंपल चली आई। हम दोनों ने सोचा कि इतने नाराज आदमी के द्वारा पीछा किए जाने पर भाग जाना ही बेहतर होगा। जब आप कल आएँगे तो आपको घोंसला खाली मिलेगा।

जहाँ तक फोटोग्राफ का सवाल है, आपके मुवक्किल निश्चिंत रहें। मैं उनसे अधिक प्यार करनेवाले व्यक्ति से प्यार करती हूँ और वह उनसे बेहतर भी है। किंग उस व्यक्ति के साथ जो चाहें, कर सकते हैं, जिसने उनके साथ कठोरतापूर्वक कुछ गलत किया है। मैं इन फोटोग्राफ को अपनी सुरक्षा के लिए अपने पास रख रही हूँ, जो कि मुझे भविष्य में किंग के द्वारा उठाए जानेवाले कदमों से सुरक्षा के हथियार के रूप में मेरे पास रहेंगे।

मैं एक फोटोग्राफ छोड़े जा रही हूँ, जिसे वे अपने पास रख सकते हैं। धन्यवाद शेरलॉक होम्स, आपकी वाकई सच्ची एरेन नार्टन एडलर जैसे ही हम तीनों ने उस काव्यपत्र को खत्म किया, किंग जोर से चीखा, ‘‘क्या औरत है—ओह, क्या औरत है! मैंने आपको पहले ही बताया था कि वह कितनी तेज और कितनी कठोर है! क्या उसे एक सम्मानित रानी नहीं बनना चाहिए? क्या यह दुःखद नहीं है कि वह मेरे स्तर की नहीं थी?’’

होम्स ने ठंडेपन से कहा, ‘‘उस औरत में मैंने जो देखा है, वह महामहिम के स्तर से वाकई बहुत ही अलग है। मुझे इस बात का दुःख है कि मैं महामहिम के काम को उसकी सुखद परिणति तक नहीं पहुँचा सका।’’

किंग जोर से बोले, ‘‘नहीं सर, इतने सबके बाद इससे अधिक और कुछ नहीं हो सकता था। मैं जानता हूँ कि वह अपनी बात की पक्की है। वे फोटोग्राफ अब उतने ही सुरक्षित हैं, जितने कि इन्हें आग के हवाले कर दिया जाता।’’

‘‘महामहिम की बात सुनकर मैं बहुत खुश हूँ।’’

‘‘मैं आपका हमेशा कर्जदार रहूँगा। कृपया मुझे बताइए कि मैं आपको क्या इनाम दे सकता हूँ?’’ इतना कहने के साथ ही किंग ने अपनी उँगली से साँप की आकृतिवाली पन्ने की अँगूठी निकाली और अपनी हथेली में लेकर आगे बढ़ाई।

होम्स ने कहा, ‘‘महामहिम के पास देने के लिए ऐसा कुछ है, जिसकी कीमत मेरी दृष्टि में और भी बहुत अधिक है’’

‘‘आप उसका नाम लीजिए।’’

‘‘वह फोटोग्राफ।’’ किंग ने उनकी ओर आश्चर्य से देखा और जोर से कहा, ‘‘एरेन का फोटोग्राफ! हाँ, इसे आप ले सकते हैं।’’

‘‘महामहिम को धन्यवाद! अब इस मामले में मुझे और कुछ भी नहीं करना है। मैं आपको गुड मॉर्निंग कहना चाहता हूँ।’’

होम्स झुका और किंग के बढ़े हुए हाथ की तरफ देखे बिना ही मुड़ गया, फिर अपने चैंबर में मेरे साथ चला आया। यह था बोहेमिया के राज्य को प्रभावित करनेवाला बदनामी का डर, और एक औरत की चतुराई ने किस तरह से शेरलॉक होम्स की योजनाओं को विफल किया था। वह औरतों की चतुराई की प्रशंसा किया करता था, पर इधर हाल ही तक मैंने उसे ऐसा करते नहीं सुना और जब कभी वह एरेन एडलर के बारे में बोलता या उसके फोटोग्राफ का संदर्भ आता, तो वह उसके लिए हमेशा एक सम्मानित शीर्षक का इस्तेमाल करता—‘वह खास औरत’।

->>>>> The End <<<<<-

इन्हें भी पढ़ें-

  • शर्लाक होम्स की कहानी – छींटदार फीते का रहस्य
  • शर्लाक होम्स की कहानी – खाली मकान का रहस्य
  • शर्लाक होम्स की कहानी – अंतिम प्रश्न
  • शर्लाक होम्स की सभी कहानियों के लिए – यहाँ क्लिक करें
  • Sherlock Holmes Wiki – Check Here

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